टिकटॉक ने संगीत इंडस्ट्री को कैसे बदला? वायरल गानों से लेकर स्टार्स तक की कहानी

जब 2020 में “रसोई में क्या बन रहा है?” या “माणिक मागे हिते” जैसे गाने हर घर में गूँजने लगे, तो दुनिया ने महसूस किया कि टिकटॉक सिर्फ़ डांसिंग ऐप नहीं, बल्कि संगीत इंडस्ट्री का नया गेम-चेंजर बन चुका है। इस ऐप ने न सिर्फ़ पुराने गानों को दूसरा जीवन दिया, बल्कि अनजान कलाकारों को भी रातों-रात स्टार बना दिया। पर कैसे? इस लेख में, हम टिकटॉक के जादू को समझेंगे—कैसे इसने संगीत की खपत, प्रचार, और बिज़नेस मॉडल को बदल दिया।


1. टिकटॉक का उदय: म्यूज़िक इंडस्ट्री के लिए क्यों बना वरदान?

2016 में लॉन्च हुए इस ऐप ने संगीत को “शॉर्ट-फॉर्म कंटेंट” के साथ जोड़कर क्रांति ला दी।

1.1. टिकटॉक का बेसिक मॉडल

  • 15-60 सेकंड के वीडियोज़: संगीत के सबसे मज़ेदार हिस्से को हाइलाइट करना।

  • यूज़र-जनित कंटेंट: आम लोगों द्वारा बनाए गए डांस, लिप-सिंक, और कॉमेडी वीडियोज़।

1.2. भारत में टिकटॉक का प्रभाव

  • बनने से बैन तक का सफ़र: 2019 तक भारत टिकटॉक का सबसे बड़ा मार्केट था (20 करोड़+ यूज़र्स)।

  • ग्रामीण भारत की पहुँच: ऐप ने छोटे शहरों के कलाकारों को वैश्विक प्लेटफ़ॉर्म दिया।


2. टिकटॉक ने संगीत को कैसे “वायरल” बनाया?

एक गाने का वायरल होना अब लेबल्स या बजट पर नहीं, बल्कि टिकटॉक ट्रेंड्स पर निर्भर है।

2.1. चुनौतियाँ और हैशटैग्स

  • डांस चैलेंजेज़: “सावन मे घिर आयो बदरवा” (गाना: बारिश) जैसे चैलेंजेज़ ने गानों को ट्रेंडिंग बनाया।

  • क्रिएटिव यूज़: उदाहरण के लिए, “पासोरी नू” (गाना: पासोरी) को मेम्स और कॉमेडी वीडियोज़ में इस्तेमाल किया गया।

2.2. पुराने गानों को नया जीवन

  • रिज़र्केक्शन ट्रेंड:

    • “तुझ मे रब दिखता है” (यश राज फ़िल्म्स) 2008 का गाना 2020 में टिकटॉक पर वायरल हुआ।

    • “ओ सखी साजना” (भूल भुलैया) को 2021 में नए डांस स्टेप्स के साथ पॉपुलर किया गया।


3. नए सितारे, नई पहचान: टिकटॉक से उभरे कलाकार

इस ऐप ने संगीत इंडस्ट्री को डेमोक्रेटाइज़ किया—बिना लेबल सपोर्ट के भी सफलता मिल सकती है।

3.1. भारतीय टिकटॉक स्टार्स

  • जिया शेख: “कैंडी” डांस वीडियो से 10M+ फ़ॉलोवर्स बनाए।

  • अमन जाज: 17 सेकंड के “बंदे में था दम” वीडियो ने उन्हें बॉलीवुड तक पहुँचाया।

3.2. इंडी म्यूज़िशियन्स का प्लेटफ़ॉर्म

  • Gurinder Gill का “बंदे”: पंजाबी गाना टिकटॉक पर 5M+ वीडियोज़ बनाकर हिट हुआ।

  • Tony Kakkar का “Coca Cola”: टिकटॉक चैलेंजेज़ ने इस गाने को 100M+ व्यूज दिलवाए।


4. संगीत इंडस्ट्री का नया बिज़नेस मॉडल

टिकटॉक ने रेवेन्यू जनरेशन के तरीके बदल दिए हैं।

4.1. रॉयल्टी और प्रमोशन

  • संगीत लाइसेंसिंग: टिकटॉक ने Universal, T-Series जैसे लेबल्स के साथ डील करके गानों को लीगल तरीके से यूज़ किया।

  • इन-ऐप रेवेन्यू: कलाकारों को वीडियोज़ के व्यूज़ और स्पॉन्सर्ड पोस्ट्स से कमाई।

4.2. डेटा-ड्रिवन हिट्स

  • ट्रेंडिंग साउंड्स: लेबल्स अब टिकटॉक के ट्रेंडिंग सेक्शन को देखकर गाने रिलीज़ करते हैं।

  • उदाहरण: “माणिक मागे हिते” (श्रीलंकन गाना) को भारत में टिकटॉक ने हिट कराया।


5. भारतीय संगीत इंडस्ट्री का टिकटॉकाइजेशन

भारत में टिकटॉक के बाद संगीत का स्वाद और मार्केटिंग तरीके बदल गए।

5.1. लघु संगीत (Short Tracks) का चलन

  • 30 सेकंड हुक्स: गानों के सबसे कैची हिस्से पर फ़ोकस, जैसे “लिफ़ाफ़ा” (गाना: लिफ़ाफ़ा)।

  • फ़िल्मों से पहले टिकटॉक: “नाच मेरो” (गंगुबाई काठियावाड़ी) का हुक ट्रेंड कराया गया।

5.2. रीजनल म्यूज़िक का उभार

  • पंजाबी और दक्षिण भारतीय गाने: “सोहनी लगदी” (तेलुगु) और “साक्काठ कट्टे” (मलयालम) टिकटॉक पर छाए।


6. चुनौतियाँ और विवाद

टिकटॉक का सफ़र सिर्फ़ गुलाबी नहीं रहा।

6.1. कॉपीराइट इश्यूज़

  • गानों का अनधिकृत उपयोग: छोटे क्रिएटर्स बिना लाइसेंस के गाने इस्तेमाल करते थे, जिससे विवाद हुए।

  • लेबल्स की शिकायतें: T-Series ने टिकटॉक पर 100+ गानों को हटाने के लिए नोटिस भेजा।

6.2. सामाजिक आलोचना

  • फ़ेक फ़ेम: कुछ कलाकारों को “वन-हिट वंडर्स” कहकर नकारा गया।

  • बैन का प्रभाव: 2020 में भारत में टिकटॉक बैन होने से कई कलाकारों का करियर ठप हुआ।


7. टिकटॉक के बाद का युग: रील्स, शॉर्ट्स, और नए प्लेटफ़ॉर्म

टिकटॉक ने जिस तरह से संगीत को बदला, उसकी छाप Instagram Reels और YouTube Shorts पर भी दिखती है।

7.1. म्यूज़िक इंटीग्रेशन

  • Instagram Reels: फ़िल्टर्स और ऑडियो एडिटिंग टूल्स ने गानों को और इंटरएक्टिव बनाया।

  • YouTube Shorts: “बर्डी” (जसलीन रॉयल) जैसे गाने शॉर्ट्स के ज़रिए हिट हुए।

7.2. भविष्य की संभावनाएँ

  • AI और AR का उपयोग: फ़िल्टर्स जो गानों के साथ इंटरैक्टिव डांस स्टेप्स सुझाएँ।

  • लाइव कॉन्सर्ट्स: टिकटॉक लाइव के ज़रिए वर्चुअल म्यूज़िक शोज़।


निष्कर्ष

टिकटॉक ने संगीत इंडस्ट्री को एक लोकतांत्रिक मोड़ दिया है, जहाँ एक छोटा डांस वीडियो या मज़ेदार मेम किसी गाने को सुपरस्टार बना सकता है। हालाँकि, यह चुनौतियों से रहित नहीं है—लेकिन इसने यह साबित कर दिया कि संगीत की ताकत अब सिर्फ़ स्टूडियो तक सीमित नहीं, बल्कि हर उंगली की टिप पर है। यह लेख नहीं, बल्कि डिजिटल युग में संगीत के बदलते स्वरूप का दस्तावेज़ है!

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